Menu
blogid : 15128 postid : 587130

धर्म जीत और जीवन

Samajik Vedna
Samajik Vedna
  • 30 Posts
  • 68 Comments

धर्म जीत और जीवन
धर्म नीति वही है,जो बोले आत्मा।
अधर्म कर्म वही है,जो रोके आत्मा।।
धर्म के बल पर जीत है शाश्वत।
अधर्म के बल पर जीत है विशाक्त।।
उस जीत में ही छिपा है विनाश।
सही जीत वही है ,जो बोले धर्म।।
क्यों कि—–
आत्मा को सता कर, ठंडी नहीं होती है आत्मा।
सताई आत्मा की आह है, एक दधकता शोला।।
शोले की तपन से,समूल मिट जाओगे।
धर्म की शीतलता से,समूल संवर जाओगे।।
अतः—–
जीना वही है, यदि जीया जाय सद्कर्मों के साथ।
सफल जीवन वही,जो बीत जाये सद्कर्मों के साथ।।

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply